नई दिल्ली। अभी तक कई स्टडी में यह पाया गया था कि महिलाओं को पुरुषों की तुलना में हार्ट अटैक कम होते हैं। लेकिन अब एक और नई स्टडी में यह बात सामने आई है कि जिन महिलाओं का मासिक धर्म बंद हो जाता है उनमें दिल से संबंधित बीमारियां होने की आशंका कम रहती है। उनकी रक्त वाहिकाएं स्वस्थ रहती हैं। जिससे उनमें हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है।

स्टडी में बताया गया है कि ऐसी महिलाओं का दिल स्वस्थ रहता है और उनमें हार्ट से संबंधित बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है। बता दें कि जब किसी महिला का मासिक धर्म हमेशा के लिए बंद हो जाता है, तो इसे रजोनिवृत्ति कहते हैं। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है. रजोनिवृत्ति से पहले के संक्रमण चरण को पेरिमेनोपॉज़ कहा जाता है। 

क्या कहती है स्टडी ?

महिलाओं को अपने जीवन के अधिकांश समय में पुरुषों की तुलना में दिल का दौरा या स्ट्रोक से मरने की संभावना कम होती है, लेकिन Study से पता चला है कि Periods के बाद उनका जोखिम बढ़ जाता है और पुरुष जोखिम से आगे निकल जाता है। 

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन जर्नल सर्कुलेशन रिसर्च में प्रकाशित अध्ययन इस बात की नई जानकारी प्रदान करता है कि जो महिलाएं 55 वर्ष या उसके बाद मासिक धर्म बंद कर देती हैं, उन्हें पीरियड्स के बाद के वर्षों में दिल के दौरे और स्ट्रोक होने की संभावना काफी कम होती है।

दिल की बीमारियों का खतरा हो जाता है कम

विश्वविद्यालय में इंटीग्रेटिव फिजियोलॉजी विभाग में पीएचडी करने वाली सना दरविश कहती हैं कि हमारा अध्ययन पहचानता है कि रजोनिवृत्ति की देर से शुरुआत के वास्तव में एक शारीरिक लाभ है और इन लाभों को चलाने वाले विशिष्ट तंत्रों की पहचान करने वाले पहले अध्ययनों में इसका खुलासा हुआ है। उन्होंने बताया कि शोधकर्ताओं के निष्कर्ष हृदय रोग के खतरे को कम करने के लिए आहार संबंधी हस्तक्षेप सहित नए उपचारों को जन्म देने में मदद कर सकते हैं – जो महिलाओं के लिए काफी नुकसानदेह हो सकते हैं। 

92 महिलाओं पर किया गया अध्ययन 

टीम ने अमेरिका में 92 महिलाओं के संवहनी स्वास्थ्य का आंकलन किया गया। विशेष रूप से ब्रेकियल धमनी प्रवाह-मध्यस्थ फैलाव (एफएमडी) नामक एक उपाय को देखते हुए या उनकी ब्रेकियल धमनी ऊपरी बांह में मुख्य रक्त वाहिका और रक्त प्रवाह में वृद्धि के साथ कितनी अच्छी तरह फैलती है। इस बात की जांच की गई। परिणामों से पता चला कि सभी पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं की धमनियां उनके प्रीमेनोपॉज़ल समकक्षों की तुलना में काफी खराब थीं।

क्या निकला निष्कर्ष

शोधकर्ताओं ने बताया कि जब पीरियड आते हैं तो स्वास्थ्य में उम्र से संबंधित गिरावट तेज हो जाती है। वरिष्ठ लेखक मैथ्यू रॉसमैन ने कहा  कि देर से पीरियड का अनुभव करने वाली 10 प्रतिशत या उससे अधिक महिलाएं इस प्रभाव से कुछ हद तक सुरक्षित रहती हैं।