
हमीरपुर पुलिस थाने में हंगामा: हिरासत में युवक ने की आत्महत्या की कोशिश, पुलिस पर अवैध वसूली का आरोप
हमीरपुर में हिरासत में बंद एक युवक ने कांच के टुकड़े से अपने पेट पर हमला कर खुद को गंभीर रूप से घायल कर लिया। पढ़िये एनसीएफबी न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर के सदर कोतवाली थाने से बड़ी खबर सामने आई है, जहां हिरासत में बंद एक युवक ने कांच के टुकड़े से अपने पेट पर हमला कर खुद को गंभीर रूप से घायल कर लिया। इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
एनसीएफबी न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, युवक का नाम पुष्पेंद्र है। युवक के खिलाफ एक नाबालिग लड़की को अगवा करने और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज था। पुलिस ने उसे चार दिन पहले हिरासत में लिया था, लेकिन न तो उसे जेल भेजा गया और न ही मामले में कोई ठोस कार्रवाई की गई।
जानिए पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, अमिरात गांव निवासी पुष्पेंद्र ने तीन महीने पहले एक नाबालिग लड़की को अपने साथ भगा ले गया था। पुलिस ने इस मामले में अपहरण और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था। चार दिन पहले पुलिस ने लड़की और पुष्पेंद्र को पकड़ लिया। लड़की के बयान दर्ज करने के बाद उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया, लेकिन पुष्पेंद्र को पुलिस ने हिरासत में रखा। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने युवक को छोड़ने के बदले एक लाख रुपये की मांग की थी। पुष्पेंद्र ने यह भी बताया कि हिरासत में उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था।
परिजनों ने पुलिस पर लगाया आरोप
इसी बीच, हिरासत में रहते हुए पुष्पेंद्र ने कांच के टुकड़े से अपने पेट पर हमला कर आत्महत्या की कोशिश की, जिससे वह लहूलुहान हो गया। घटना की सूचना मिलते ही उसके परिजनों ने थाने पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए, जिसमें युवक को छोड़ने के लिए रिश्वत मांगने और उसे टॉर्चर करने की बात शामिल है। इस घटना ने पूरे थाने को हिलाकर रख दिया है। आनन-फानन में पुलिस ने घायल पुष्पेंद्र को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
सदर कोतवाली में इस तरह की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि थाने में हर काम के लिए एक निश्चित रेट तय है और कुछ खास लोग मध्यस्थ की भूमिका निभाते हैं, जो पुलिस और आम लोगों के बीच सौदेबाजी कर मामलों को सुलझाने का काम करते हैं। इस मामले में पुलिस की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान देने से इनकार कर दिया है।