
बिहार खबर/पटना: चुनावी साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लगातार बिहार दौरा हो रहा है. 29 और 30 मई को दो दिवसीय दौरे पर प्रधानमंत्री बिहार आ रहे हैं. वहीं विधानसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग पर सीएम नीतीश बात करने की कोशिश कर सकते हैं. एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर पेचीदगी अभी से दिख रही है. चिराग पासवान की पार्टी इस बार एनडीए का हिस्सा है. 2020 विधानसभा का चुनाव उसने अलग से लड़ा था.
क्या सीट शेयरिंग पर होगी चर्चा?: प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर पटना सजने लगा है. पोस्टर भी लगने लगे हैं. चुनावी साल में प्रधानमंत्री के दौरे पर सबकी नजर इसलिए है क्योंकि बिहार में एनडीए में अभी तक सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय नहीं हुआ है. पिछली बार जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पटना आए थे तो उस समय भी यह चर्चा हुई थी कि सीट शेयरिंग पर बात आगे बढ़ेगी. लेकिन कुछ हुआ नहीं. अब एक बार फिर से यह चर्चा शुरू है कि नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हो सकती है.
सीट शेयरिंग फाइनल करेंगे नीतीश कुमार (ETV Bharat)
विशेषज्ञों की राय: राजनीतिक विशेषज्ञ सुनील पांडे का कहना है कि नीतीश कुमार दो दिनों के दिल्ली दौरे में भी प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी. विधानसभा चुनाव को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई. नीतीश कुमार की यह कोशिश रहती है कि प्रधानमंत्री से ही डील हो जाए.
“अब बिहार दौरे पर प्रधानमंत्री आ रहे हैं और पटना में स्टे भी करेंगे तो नीतीश कुमार के लिए एक अच्छा मौका है. नीतीश कुमार चाहेंगे कि विधानसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री से कई बिंदुओं पर सहमति मिल जाए.”- सुनील पांडे, राजनीतिक विशेषज्ञ
JDU की प्रतिक्रिया: ऐसे तो प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में अभी तक एनडीए नेताओं के साथ कोई बैठक होगी, इसकी जानकारी nda के घटक दलों को भी नहीं है. नीतीश कुमार के नजदीकी संजय गांधी का कहना है कि प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. अलग से कोई बैठक होगी कि नहीं इस मामले में मुझे जानकारी नहीं है.
“यह सही है कि अब चुनाव में बहुत ज्यादा समय नहीं रह गया है, लेकिन जो भी फैसला होगा शीर्षत नेताओं के बीच का ही होगा. जिनको जिम्मेदारी दी गई है वही बात करेंगे.”- संजय गांधी, जदयू एमएलसी
‘पीएम देकर जाएंगे कई सौगात’: हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार सरकार में मंत्री संतोष कुमार सुमन का कहना है प्रधानमंत्री जब बिहार आते हैं तो बिहार के लोगों को कई सौगात देकर जाते हैं. इस बार भी विकास की कई योजना बिहार को देंगे. एयरपोर्ट में टर्मिनल बन रहा है, उसका उद्घाटन भी करेंगे.
“प्रधानमंत्री का बिहार के लोगों के साथ विशेष लगाव है. जहां तक सीट शेयरिंग का मामला है तो वह फॉर्मूला के तहत ही तय होगा. पहले बिहार एनडीए के बीच बात होगी फिर आगे बात बढ़ेगी. सीएम नीतीश और पीएम मोदी के बीच हमेशा संवाद होता है. पीएम के आने से हमें मजबूती मिलेगी.”- संतोष कुमार सुमन, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हम
‘जनता फिर से एनडीए की बनाएगी सरकार’: लोजपा रामविलास के प्रवक्ता प्रोफेसर विनीत सिंह का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री का बिहार पहला दौरा है. बिहार को कई सौगात देंगे. जनता जानती है कि देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार में नीतीश कुमार ही विकास कर सकते हैं और इसलिए इस साल अक्टूबर नवंबर में होने वाले चुनाव में बिहार की जनता एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनाएगी.
“जहां तक सीट शेयरिंग का मामला है तो बिहार में एनडीए के पांचों घटक दल उपयुक्त समय में सर्वदलीय बैठक करेंगे. जो पार्टी जहां से मजबूत है, वहां के लिए दावेदारी पेश करेंगे और उसके अनुसार ही सीटों का आवंटन होगा.”- विनीत सिंह, प्रवक्ता, लोजपा रामविलास
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की कई जगह होगी मुलाकात: प्रधानमंत्री के दो दिनों के बिहार दौरे को लेकर एनडीए के घटक दलों में उत्साह जरूर है, लेकिन एनडीए के घटक दल के नेताओं को भी अभी कोई जानकारी नहीं है कि प्रधानमंत्री के साथ एनडीए नेताओं की कोई मीटिंग होगी. लेकिन यह तय है कि नीतीश कुमार, प्रधानमंत्री से मिलेंगे. कार्यक्रम में भी मिलेंगे और राज भवन में जहां प्रधानमंत्री का स्टे है वहां भी मुलाकात होगी.
हजारों करोड़ की योजनाओं की सौगात: पीएम 50000 करोड़ से अधिक की योजनाओं की सौगात बिहार को देंगे. पटना और बिक्रमगंज में हजारों करोड़ की योजना का तोहफा बिहार को देने जा रहे हैं. पटना और बिक्रमगंज में प्रधानमंत्री रेलवे, सड़क, बिजली योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. 36915 करोड़ की चार योजनाओं का उद्घाटन करेंगे. 12952 करोड़ की 9 योजनाओं का नींव रखेंगे जबकि 835 करोड़ की तीन योजनाओं की शुरुआत करेंगे.
पटना एयरपोर्ट टर्मिनल का उद्घाटन: पटना एयरपोर्ट टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे तो वहीं बिहटा एयरपोर्ट की नींव रखेंगे. सुपर थर्मल पावर औरंगाबाद के नबीनगर में 29498 करोड़ की लागत से बनने वाली है उसका शिलान्यास करेंगे. चुनावी साल में बिहार के विकास को लेकर इस तरह प्रधानमंत्री का महत्वपूर्ण दौरा है लेकिन सब की नजर इस पर रहेगी कि पटना में नीतीश कुमार से प्रधानमंत्री की विधानसभा चुनाव को लेकर बैठक होती है या नहीं. सेट शेयरिंग को लेकर कोई बात आगे बढ़ती है या नहीं या अभी और एनडीए के घटक दलों को इंतजार करना होगा.
एनडीए में सीट बंटवारे में पेंच: एलजेपी (रामविलास) बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों में से कम से कम 40 सीटों पर लड़ने की बात कह रही है. पिछले विधानसभा चुनाव में एनडीए में से भाजपा ने 110 सीटों पर चुनाव लड़ा और 74 पर जीत दर्ज की थी. वहीं जदयू ने 115 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 43 सीटें जीतीं. हम पार्टी ने 7 सीटों पर लड़ा और 4 पर जीत मिली. वीआईपी ने 11 सीटों पर लड़ा जबकि 4 सीटों पर जीत मिली.2020 में लोक जनशक्ति पार्टी ने अलग से चुनाव लड़ा था और तब 137 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जबकि मात्र एक सीट पर जीत मिली. लेकिन इस कारण जदयू को कई सीटों का नुकसान हुआ था.