कौन है कादिर?: लूट, और चोरी के 24 मुकदमे, वांटेड को पकड़ने गई पुलिस पर भीड़ ने की फायरिंग, सिपाही को मार डाला
Qadir Arrested in Ghaziabad: गाजियाबाद के मसूरी थाने के नाहल गांव में रविवार देर रात वांछित कादिर को पकड़ने गई नोएडा और मसूरी पुलिस की टीम पर ग्रामीणों ने पथराव और फायरिंग कर दी। गौतमबुद्धनगर के थाना फेस-3 में तैनात एक सिपाही सौरभ देशवाल को गोली लगने से मौत हो गई।
Kadir Gangster: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के मसूरी थाना इलाके में कुख्यात अपराधी कादिर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। भीड़ ने पत्थरबाजी और फायरिंग की। इस दौरान एक सिपाही की गोली लगने से मौत हो गई। हालांकि पुलिस ने बदमाश कादिर को गिरफ्तार कर लिया है। कादिर पर लूट, गैंगस्टर और चोरी के दो दर्जन मुकदमे दर्ज हैं।
डीसीपी ग्रामीण सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि कादिर उर्फ मंटर की एचएस सं 283ए है, जिसपर दो दर्जन मुकदमे चोरी, गैंगस्टर अधिनियम आदि के पंजीकृत हैं, 16 मसूरी थाने में दर्ज हैं। मुजफ्फरनगर, गौतमबुद्धनगर, हापुड़ और मेरठ में भी मुकदमे दर्ज हैं।
हिस्ट्री शीटर कादिर लूट के कई मामलों में वांटेड है। मसूरी के नाहल गांव में कादिर पुत्र खुर्शीद की आलीशान कोठी बनी हुई है। कोठी की कीमत करोड़ों रुपये बताई जा रही है। तीन मंजिला कोठी के बाहर पीएसी की तैनाती की गई है।
ये है पूरा मामला
कादिर ने पुलिस पर नजर रखने के लिए कोठी के गेट पर दो बड़े-बड़े सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए हुए हैं। दरअसल, गाजियाबाद के मसूरी थाने के नाहल गांव में रविवार देर रात वांछित कादिर को पकड़ने गई नोएडा और मसूरी पुलिस की टीम पर ग्रामीणों ने पथराव और फायरिंग कर दी। गौतमबुद्धनगर के थाना फेस-3 में तैनात एक सिपाही सौरभ देशवाल को गोली लग गई, पुलिस टीम उसे यशोदा अस्पताल लेकर पहुंची, यहां सिपाही को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
सौरभ के सिर में बदमाशों की गोली लगी थी, मूल रूप से शामली निवासी सौरभ की मौत की सूचना पर नोएडा पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह गाजियाबाद पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। डीसीपी ग्रामीण सुरेन्द्र नाथ तिवारी ने बताया कि वांछित अभियुक्त कादिर नाहल का रहने वाला है, उसकी गिरफ्तारी के लिए नोएडा पुलिस रविवार रात 12 बजे मसूरी पुलिस टीम के साथ नाहल गांव में आई थी, उसी दौरान ये घटना हुई है। वहीं, भाग रहे कादिर को पुलिस ने घेर कर पकड़ लिया है।
मामले में थाना फेस-3 गौतमबुद्धनगर के उपनिरीक्षक सचिन ने एक तहरीर दी है। थाना मसूरी में तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। डीसीपी ग्रामीण सुरेंद्र नाथ तिवारी ने सिपाही की मौत की पुष्टि की है।
चोरी के एक मामले में दबिश देने गाजियाबाद गए थे सौरभ देशवाल
शामली के बदेउ गांव के रहने वाले सौरभ 2016 में पुलिस विभाग में भर्ती हुए। पहली पोस्टिंग उनकी नोएडा ही रही। पहले एसएसपी की टीम में थे। कमिश्नरेट बनने के बाद उन्हें एसओजी टीम में शामिल किया गया। 2019 में सौरभ की शादी हुई थी।
सेक्टर-122 में वह पत्नी के साथ रह रहे थे। सौरभ की मौत से पुलिस विभाग में गम का माहौल है। सौरभ की गिनती तेजतर्रार पुलिसकर्मियों में होती थी। अपने कार्य के लिए वह कई बार सम्मानित भी हो चुके हैं। जाने से पहले उन्होंने पत्नी को कहा था कि वह रात तीन बजे तक वापस आएंगे।
सादी वर्दी में गौतमबुद्धनगर के सात पुलिसकर्मियों की टीम ने डाली थी दबिश
मसूरी के नाहल गांव में गौतमबुद्धनगर की फेस तीन थाना पुलिस के सिपाही सौरभ की मुठभेड़ में मौत होने के बाद थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। नोएडा फेस तीन थाने के दारोगा सचिन राठी की तहरीर पर दर्ज मुकदमे में बताया गया है कि सात पुलिसकर्मी नाहल गांव में आरोपी कादिर उर्फ मंटर को पकड़ने गई थी।
इनमें पुलिस टीम में दारोगा उदित सिंह, निखिल, सिपाही सचिन, सौरभ, संदीप कुमार और सोनित भी शामिल थे। पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कादिर गांव में मौजूद है। मुखबिर ने पुलिस को यह भी बताया था कि कादिर एक आदतन अपराधी है और पुलिस को देखकर भाग सकता है, और गांव में कई आपराधिक प्रवृत्ति के लोग रहते हैं।
जैसे ही पुलिस टीम ने कादिर को पकड़ने की कोशिश की, उसने और वहां मौजूद अन्य लोगों ने पुलिस का विरोध करना शुरू कर दिया। कादिर ने लोगों को उकसाया कि पुलिस उसे पकड़कर ले जा रही है और उन्हें मारने के लिए कहा। इसके बाद भीड़ उग्र हो गई और पुलिस टीम पर हमला कर दिया।
हमलावरों ने पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग की और पथराव भी किया। कांस्टेबल सौरभ को सिर में गोली लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि कांस्टेबल सोनित भी घायल होकर गिर गए। पुलिस टीम ने अपनी जान बचाने और कादिर को वहां से निकालने की कोशिश की।
घायल कांस्टेबल सौरभ को तत्काल नेहरू नगर स्थित यशोदा अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मुकदमे में मुख्य आरोपी कादिर उर्फ मंटर और उसके भाई व कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
न आमदगी दर्ज कराई, न किया मुखबिर पर विश्वास
मसूरी थाने में दर्ज मुकदमे में बताया गया कि मुखबिर ने टीम को बताया था कि नाहल गांव में आपराधिक प्रवृति के लोग रहते हैं। जिस पर टीम ने विश्वास नहीं किया। इतना ही नहीं सादी वर्दी और निजी वाहनों से टीम ने दबिश दी।







